- महिला सुरक्षा को लेकर प्रत्येक जिला में गठित टीमों को गुरूग्राम में दिया गया उच्च स्तरीय प्रशिक्षण
- साइबर अपराध की शिकायत प्राप्त होने के 4 से 6 घंटों में 70 प्रतिशत राशि को किया जा रहा है होल्ड
- सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को शुरूआती 48 घंटों में निःशुल्क उपचार उपलब्ध करवाने की दिशा में भी किए जा रहे हैं प्रयास
- सोशल मीडिया पर अपराधियों की पोस्ट लाइक करने वालों पर भी पुलिस की कड़ी नजर, तैयार की गई विशेष टीमें
पंचकूला (अमर शर्मा )। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि हरियाणा मे आपराधिक गतिविधियों में इस वर्ष कमी दर्ज की गई है। इस वर्ष प्रदेश में चोरी, डकैती, लूटमार, छीनाछपटी तथा महिला विरूद्ध अपराध के अभियोगों में कमी आई है। इसी प्रकार, सरल सेवा केन्द्रों के माध्यम से दी जा रही हरियाणा पुलिस की सुविधाओं व सेवाओं के लिए विभाग ने शत प्रतिशत स्कोर किया है।
अपराध दर में उल्लेखनीय गिरावट
वे आज पंचकूला स्थित पुलिस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। श्री कपूर ने कहा कि प्रदेश में गत वर्ष की तुलना में डकैती में 28.9 प्रतिशत, लूटमार के अभियोग में 18.1 प्रतिशत, छीनाझपटी के अभियोगो में 3.9 प्रतिशत की कमी आई है। इसी प्रकार, महिला विरुद्ध अपराधो जैसे महिला अपहरण के अभियोग में 7.2, बलात्कार के अभियोगों में 6.9, महिलाओं से छेड़छाड़ में 7.9, दहेज हत्या में 9.5 तथा दहेज प्रताड़ना में 8.4 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।
बढ़ी हुई संतुष्टि के लिए उन्नत फीडबैक तंत्र-
श्री कपूर ने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा प्रदेश में शिकायतकर्ताओ की संतुष्टि को लेकर फीडबैक सैल बनाया गया है। फीडबैक सेल के माध्यम से पुलिस थानों में प्राप्त शिकायतो को लेकर शिकायतकर्ताओ से फीडबैक लिया जाता है। इस दौरान पूरी पारदर्शिता बरती जाती है और सभी कॉल रिकॉर्ड की जाती हैं। यह पूरी प्रक्रिया वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की देखरेख में की जाती है और शिकायतकर्ताओं को वरिष्ठ अधिकारी द्वारा रेंडम कॉल करके भी इसकी गुणवत्ता सुनिश्चित की जाती है। परिणामस्वरूप प्रदेश में संतुष्टि दर का आंकड़ा बढ़कर 71 प्रतिशत तक पहुंच गया है जबकि पुलिस विभाग की ऑनलाइन सेवाओं से 99 प्रतिशत से अधिक लोगों ने अपना फीडबैक देते हुए संतुष्टि दर्ज करवाई है।
महिला सुरक्षा को प्राथमिकता
डीजीपी कपूर ने कहा कि महिला सुरक्षा हरियाणा पुलिस की प्राथमिकता में से एक है। महिला विरूद्ध अपराध रोकने को लेकर प्रदेश के सभी जिलों में 4-4 महिला पुलिसकर्मियों की टीमें बनाई गई हैं जिन्हें गुरूग्राम में स्वयंसेवी संस्था द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। हरियाणा प्रदेश में महिलाओं को सुरक्षित वातावरण देने को लेकर सभी ऑटो तथा कैब का डेटाबेस तैयार करते हुए 71 प्रतिशत वाहनो पर यूनिक नंबर चस्पा किए जा चुके हैं। प्रदेश के आठ जिलों में ये यूनिक नंबर चस्पा किए जाने का शत प्रतिशत कार्य पूरा किया जा चुका है।
एकीकृत हेल्पलाइन सेवाएं और प्रतिक्रिया समय में कमी
बेहतर आपातकालीन प्रतिक्रिया समन्वय की आवश्यकता को पहचानते हुए, हरियाणा 112 को चिकित्सा सुविधाओं के लिए 139 एंबुलेंसो तथा 333 अग्निश्मन वाहनों को जोड़ा गया है। इसी प्रकार, आपदा प्रबंधन, महिला एवं बाल विकास और साइबर हेल्पलाइन सहित विभिन्न महत्वपूर्ण सेवाओं के साथ सफलतापूर्वक एकीकृत किया गया है। इस एकीकरण से प्रभावशाली परिणाम मिले हैं, जिससे पुलिस प्रतिक्रिया समय लगभग 8 मिनट और 5 सेकंड तक कम हो गया है। 630 से अधिक आपातकालीन प्रतिक्रिया वाहन और 33 दुर्गा शक्ति वाहन अब इस एकीकृत मंच से निर्बाध रूप से जुड़े हुए हैं, जिससे प्रतिक्रिया में और वृद्धि हुई है। इसके अतिरिक्त, हरियाणा पुलिस द्वारा ट्रिप मॉनीटरिंग सिस्टम शुरू किया गया है जिसमें महिलाओं को रात में यात्रा करते समय सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत प्रदान की जाती है।
साइबर अपराध पर नकेल कसना और सुरक्षा को मजबूत करना-
साइबर अपराध के प्रति सक्रिय दृष्टिकोण के साथ, हरियाणा पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी संबंधी मामलों के समाधान में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है परिणामस्वरूप् साइबर धोखाधड़ी की घटना के 4-5 घंटों के भीतर, होल्ड मनी प्रतिशत 70 प्रतिशत तक बढ़ गया है, जिससे लगभग 74 करोड़ रु. की बचत हुई है। इसी प्रकार, नवंबर 2023 में साइबर फ्रॉड की गई राशि को होल्ड करने का प्रतिशत अब बढ़कर 29 तक पहुंच गया है जो जनवरी में मात्र 10 प्रतिशत था। इसके अलावा, 4 लाख 11534 नागरिकों को साइबर हेल्पलाइन के माध्यम से सहायता प्राप्त हुई है। डीजीपी कपूर ने कहा कि इस साल साइबर अपराधियों के 61493 मोबाइल नम्बरो को ब्लॉक करवाया गया और इसी सन्दर्भ में 1,36,347 साइबर अपराधियों के बैंक अकाउंट को फ्रीज़ करवाया गया है जबकि जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से 21 लाख 25671 लोगों को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक किया गया है।
नशीली दवाओं की तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई
मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ लड़ाई निरंतर जारी है। डीजीपी कपूर ने बताया कि एनडीपीएस अधिनियम के तहत 3757 मामले दर्ज किए, जिससे 5350 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई और बड़ी मात्रा में अवैध ड्रग्स जब्त किए गए। उन्होंने आदतन अपराधियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई पर जोर दिया, जिनमें से 45 को पहले ही पिट एनडीपीएस के तहत एक साल की जेल की सजा सुनाई जा चुकी है, और अन्य के खिलाफ आगे की कार्रवाई जारी है। इसी प्रकार, 449 गैंग तथा 378 मोस्ट वांटेड पकड़े गए हैं। इस वर्ष 1 जनवरी से लेकर 30 नवंबर तक 7340 पीओ तथा 4970 बेल जंपरों को गिरफ्तार किया गया है। इस प्रकार प्रदेश में कुल 12310 पीओ तथा बेल जंपरों की गिरफ्तारी की गई है। इसी प्रकार, प्रदेश में युवाओं को नशे से दूर रखना को लेकर जिलों में पुलिसकर्मियों, खिलाड़ियों, एक्स सर्विसमैन तथा गांव के मौजिज लोगों द्वारा संयुक्त रूप से खेल गतिविधियां आयोजित की जा रही है ताकि युवाओं की ऊर्जा को सही दिशा में लगाया जा सके।
हरियाणा में कुल 85 कानून व्यवस्था कंपनियां बनाई गई है जिन्हें उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिया गया है इसके अलावा 53 स्वॉट टीम बनाई गई है। इसके अलावा आपदा प्रबंधन के लिए कुल 03 टीमें हिसार, अम्बाला और मधुबन में तैनात की गई हैं।
सड़क सुरक्षा को लेकर भी उठाए गए सार्थक कदम
आईरेड का इस्तेमाल करते हुए प्रदेश में दुर्घटना प्रभावित ब्लैक स्पॉट्स की पहचान की जा रही है और इंजीनियरिंग में सुधार करने के लिए संबंधित अधिकारियों तथा आईआईटी मद्रास के साथ मिलकर काम किया जा रहा है। इसी प्रकार, सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति का शुरूआती 48 घंटे में निःशुल्क उपचार की सुविधा को लेकर हरियाणा पुलिस द्वारा प्रस्ताव तैयार किया गया है।
पुलिसकर्मियों के उत्थान की दिशा में भी प्रयासरत हरियाणा पुलिस
प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले पुलिस स्कूलों में विद्यार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जिलो में ई-लाइब्रेरी खोली जा रही है। प्रदेश के पंचकुला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल तथा भिवानी में ई- लाइब्रेरी स्थापित करने का कार्य प्रगति पर है जबकि सोनीपत जिला में ई-लाइब्रेरी शुरू की जा चुकी है। हरियाणा महिला पुलिस कर्मियों के बच्चों की बेहतर देखभाल के लिए प्रदेश के 15 जिलों में क्रैश शुरू किए गए हैं जबकि 6 अन्य जिलों में जल्द ही क्रैश शुरू किए जाने की योजना है।
सोशल मीडिया पर अपराधियो की पोस्ट लाइक करने वाले भी हो जाएं सावधान, पुलिस की है पैनी नजर
श्री कपूर ने कहा कि सोशल मीडिया पर अपराधियों की पोस्ट लाइक करने वाले लोगों पर हरियाणा पुलिस की कड़ी नजर है। इसके लिए प्रत्येक जिले में विशेष टीमों का गठन किया गया है जो ऐसे अपराधियों की पोस्ट को लाइक अथवा शेयर करती है। टीम द्वारा ऐसे लोगों से संपर्क करते हुए उनकी काउंसलिंग की जाती है।
इस दौरान आईजी अंबाला सिबाश कविराज तथा एसपी साइबर अमित दहिया भी उपस्थित थे।