जीरकपुर। (अमर शर्मा) गांव भबात में एक 34 वर्षीय युवक ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। बताया जा रहा है कि मृतक जसपाल सिंह पीडब्ल्यूडी पंचकूला में बतौर सुरक्षाकर्मी नौकरी करता था और उसका पत्नी के साथ झगड़ा चल रहा था। जसपाल की पत्नी लड़ाई-झगड़ा कर मायके हरियाणा में जिला अंबाला के गांव बोहड़खेड़ा चली गई थी और संबंधित थाने पिंजोखरा साहिब में पति और उनके परिवार के खिलाफ मारपीट के आरोप में केस दर्ज करवाया था। इसके बाद बदनामी होने के कारण जसपाल सिंह ने बुधवार रात करीब 12 बजे फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। जसपाल के परिजनों ने जीरकपुर थाने में उसके ससुराल वालों के खिलाफ केस दर्ज करने की गुहार लगाई है। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर डेराबस्सी के सिविल अस्पताल में रखवा दिया है।
मृतक जसपाल सिंह के पिता बलबीर सिंह ने बताया कि उनके बेटे की शादी 2012 में जसविंदर कौर के साथ हुई थी। उनकी पत्नी की मौत के बाद उन्होंने अपने बेटे और बहू काे अलग कर दिया था और वह खुद छोटे बेटे के साथ रहते हैं। जसपाल और उसकी पत्नी जसविंदर कौर के दो बच्चे हैं। दोनों पति-पत्नी में आए दिन झगड़ा होता रहता था। इस कारण छह महीने पहले जसविंदर कौर अपने मायके चली गई थी और उसने वहां हरियाणा के पिंजोखरा साहिब थाने में दहेज मांगने और मारपीट करने के आरोप में जसपाल और हमारे परिवार के सदस्यों के खिलाफ केस दर्ज करवाया था। इस केस में बुधवार शाम करीब 5 बजे पिंजोखरा थाने से एक लेडी पुलिस मुलाजिम और कांस्टेबल पूछताछ के लिए घर आए थे। जबकि जसपाल सिंह अपने दफ्तर में ड्यूटी पर था। बुधवार को ही जसविंदर कौर का चाचा जसपाल के दफ्तर में शिकायत देने के लिए चला गया था। इस बात को लेकर जसपाल सिंह ने अपनी बेइज्जती महसूस की और घर आने के बाद रात को घर में लगे गार्डर के हुक से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।मृतक के पिता बलबीर सिंह और उनके परिजनों ने कहा है कि जब तक पुलिस उनके बेटे मृतक जसपाल सिंह के ससुराल वालों के खिलाफ आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार नहीं करती, तब तक वह अस्पताल से अपने बेटे का शव नहीं लेंगे और न ही उसका दाह संस्कार करेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो वे अपने परिजनों के साथ सड़क जाम करेंगे।
इस मामले के पुलिस जांच अधिकारी ने बताया कि मृतक जसपाल सिंह का शव डेराबस्सी के सिविल अस्पताल में रखवा दिया गया है। परिजन अस्पताल नहीं पहुंचे, इसलिए अभी पोस्टमार्टम नहीं हुआ है। उनके पहुंचने पर ही अगली कार्रवाई की जाएगी।