पंचकूला / पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त निकिता खट्टर के निर्देशानुसार साइबर थाना प्रभारी पंचकूला सोमबीर ढाका के नेतृत्व में थाना साइबर पंचकूला की टीम नें फिक्सड डिपोजिट एफ डी तुडावनें के नाम पर 9 लाख 44 हजार 380 रुपये की साइबर ठगी के मामलें में 2 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान अभिषेक जैन पुत्र महावीर जैन वासी राणा प्रताप जिला पाली कोतवाली हाल जोधपुर राजस्थान तथा विकास कुमार पुत्र जयनंदन सिंह वासी सदन जगदेव नगर जिला भौजपुर बिहार हाल ओलम्पिया सोसाइटी नोयडा उतर प्रदेश उम्र 42 के रुप में हुई ।
जानकारी के मुताबिक पीडिता वासी भैसा टिब्बा पंचकूला नें शिकायत दर्ज करवाई कि वह एयर फोर्स से रिटायर है जिसनें 10 लाख रुपये की एफ डी करवाई थी जिसको तुडवानें के लिए बैंक एफडी की मैचोरियीटी 5 साल की है जो पुरी होनें पर 50 लाख रुपये मिलेंगे । बैंक एफ डी को तुडवानें के लिए पीडिता के पास एक व्यकित कॉल करके कहता है कि मै आपकी एफडी को क्लीयर करवा दुंगा जिससे आपको 10 लाख रुपये मिलेंगें परन्तु इसके लिए आपको 1 लाख रुपये का चेक एनआरएफ सिक्योर गुजरात के नाम पर भेज दो ।
जिसकी बातो में आकर पीडीता नें 25.01.2023 को 1 लाख रुपये का चेक बैंक के माध्यम से भेज दिया उसके अगले दिन फिर पीडित के पास किसी अन्जान महिला शिंडे नें फोन करके कहा कि वह आरबीआई से मैनेजर बात कर रही है और आपकी बैंक एफडी क्लीयर कर दुंगी जिसके लिए आपको 322380/- का चेक देना होगा जो कि आपको वापिस हो जायेगा उसके उपरांत पीडिता नें चेक के माध्यम से राशि भेज दी उसके बाद फिर पीडिता महिला के पास फोन आया कि कहा कि आपकी एफडी क्लीयर करनें के 522000 हजार रुपये लगेगे और फिर पीडिता को बहकाकर उसके पास से 522000/- की राशि ट्रांसफर करवा ली ऐसे करते करते साइबर अपराधियो नें पीडिता से कुल 9 लाख 44 हजार 380 रुपये की राशि हडप ली ।
पीडिता नें सबंधित थाना मन्सा देवी में शिकायत दर्ज करवाई जिसकी शिकायत पर 406/420 के तहत थाना मन्सा देवी में दर्ज किया गया । जिस मामलें की तफतीश साइबर थाना के द्वारा अमल में लाई गई । जिस मामलें में कार्रवाई करते दिनांक 02.07.2023 को आरोपी विकास कुमार पुत्र जयनंदन सिंह को गिरफ्तार करके 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया रिमांड के दौरान पुछताछ में दुसरे आरोपी अभिषेक जेन को कल दिनांक 04.07.2023 को राजस्थान से गिरफ्तार करके 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया । ताकि मामलें में अन्य सलिप्त आरोपियो को गिरफ्तार किया जा सके औऱ मामलें में ठगी गई राशि को बरामद किया जा सके ।