पंचकूला। पंचकूला के कालका शहर में रहने वाले एक परिवार ने कालका पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये है। आज दिनांक 2 अप्रैल 2023 को पंचकूला में प्रेस वार्ता के दौरान पीडि़त परिवार ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया की पोस्को एक्ट के मामले में पीडिता की मां के द्वारा कालका पुलिस प्रशासन के ऊपर उचित कार्रवाई ना करने के लगाए गंभीर आरोप पीडि़ता की मां ने बताया कि उनके द्वारा दिनांक 11/02/2023 को एक दरखास्त कालका थाने में उनकी लडक़ी के साथ जबरदस्ती के मामले में दी गई थी। जिस दरखास्त को कालका थाने मेंं एसएचओं द्वारा फाड़ कर फेंक दिया गया। उसके बाद वह ऐसी भी कालका के समक्ष पेश हुए तभी कालका थानाध्यक्ष द्वारा कोई कार्यवाही ना अमल में लाई गई समाजसेवी एवं पत्रकारों के हस्तक्षेप के बाद पुलिस द्वारा उक्त मामले में एफआईआर संख्या ००५० 13/02/2023 दर्ज तो कर लिया गया परंतु आरोपियों पक्ष लेते हुए हमारे ऊपर भी एक झूठी एफआईआर 0049 दर्ज कर दी गई एवं ध्यान देने वाली बात यह है कि 11 तारीख को भी उक्त कंप्लेंट के ऊपर इनके द्वारा 107/50 सीआरपीसी का मुकदमा बना दिया गया था जोकि झूठा था! इस दौरान हम लोग अपनी ड्यूटी पर परमाणू में मौजूद थे जिसका अटेंडेंस रिकॉर्ड भी है इसके उपरांत 13 तारीख को जब एसीपी कालका के समक्ष पेश हुए तो उन्होंने इस मामले में बनती कार्रवाई के लिए एसएचओ कालका अजित सिंह को कहा परंतु फिर भी एसएचओं कालका द्वारा समाजसेवियों को बीच में डालकर इस मामले में समझौते के लिए दबाव बनाया गया! वह जब हमने समझौता करने के लिए मना किया तो हमें गाली गलौज एवं जाति सूचक शब्द बोल कर थाने से बाहर निकाल दिया उसके बाद मैंने समाजसेवियों एवं प्रेस वालों की मदद से मुकदमा दर्ज करवाया परंतु इसके उपरांत भी एसएचओ कालका द्वारा आरोपियों का पक्ष लेते हुए हमारे ऊपर एक और झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया गया और हमारा साथ देने वाले पत्रकारों के ऊपर भी एक झूठी एफआईआर दर्ज कर लिया गया। कालका की रहने वाली एक समाजसेविका द्वारा झूठी शिकायत पर मुकदमा दर्ज करवा दिया गया एसएचओं कालका जानबूझकर आरोपियों का साथ दे रहे है और अभी तक उसने इस मामले में गिरफ्तारी नहीं की है यदि हमारे साथ कुछ भी गलत घटित होता है तो उसके लिए एसएचओ कालका है और आरोपी परिवार जिम्मेदार होगा! क्योंकि इनके द्वारा निष्पक्ष कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है लडक़ी का मेडिकल 5 दिन बाद करवाया गया एवं हमारा साथ देने वालों के ऊपर झूठा मुकदमा दर्ज कर देता है और जो लोग मेरे घर में पैसे लेकर समझौता का दबाव बना रहे थे उस मामले में भी  कालका द्वारा किसी भी प्रकार की कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है!

 

सभी आरोप झूठे लगाये जा रहे है इस मामले में दोनों पक्ष की शिकायत के अधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। कालका की समाजसेवी
के शिकायत के आधार पर नाबालिक युवती का नाम व चेहरा सार्वजनिक करने पर पर पत्रकार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। नाबालिग युवती से छेड़छाड़ मामले व मारपीट के मामले में जांच चल रही है दोषी पाये जाने वालों की गिरफ्तारी जल्द होगी।
अजित सिंह, एसएचओं, कालका थाना।

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