पंचकूला /इदम टुडे न्यूज़ / कपिल नागपाल, एसीपी सुरिंदर सिंह हेड क्वार्टर डीसीपी विनय प्रताप सिंह खुद दूसरे दिन लेट नाईट फील्ड में पंचकूला के सभी क्लब के चारो तरफ पुलिस के नाके पुलिस की मुस्तेदी के चलते वीकएंड पार्टी में दो दिन से पुलिस रात 8 बजे से सुबहे 6 बजे तक मौजूद रहे।
क्लब के अंदर पार्टी और बाहर पुलिस का करा पहरा। खुद डीसीपी विनय प्रताप और एसीपी हेड क्वार्टर सुरेंद्र सिंह सभी नाको की चेकिंग कर रहे थे। हैरानी की बात ये रही कि वेदा क्लब सेक्टर 5 के बाहर दो महीनों में दूसरी बार फायरिंग के मामले को लेकर पुलिस ने सेक्टर 5 के चारो तरफ घेराबंदी की हुई थी। वेदा के साथ लगते एस्केप क्लब और दा लांच क्लब है। इन क्लब के पार्किंग के पास पुलिस ने घेराबंदी करके किसी को भी अंदर पार्किंग में जाने की अनुमति नही दी गयी।
हैरानी की बात तो ये थी कि जब पुलिस ने नाके के दौरान लड़के और लड़कियों का चालान करना चाहा तो वहां पर मौजूद युवकों युवतियों ने मंत्री,एमएलए व् अन्य कई बड़े पुलिसकर्मियों से वे बात करवाने लगे , लेकिन उनकी ये सिफ़ारिश काम नहीं आयी और वहां पर मौजूद एसीपी ने सबके चालान किये ।
पार्टी के नाके से पहले डीसीपी विनय प्रताप ने सभी पुलिसकर्मियों के साथ शाम को मीटिंग की और मीटिंग में स्पेशल कहा गया। कि किसी की सिफ़ारिश नही सुननी है और कमाल की बात ये रही कि रात 10 से सुबहे 5 बजे तक सभी पुलिस कर्मियों ने किसी की एक सिफारिश नही सुनी। कोई अपने आपको एमएलए का भांजा तो कोई भतीजा बता रहा था और कई कांग्रेस का युथ प्रधान, तो कोई अपने आपको बीजेपी नेता का बेटा, और पंजाब के मंत्री का बेटा और कोई मंत्री का रिश्तेदार। हद तो तब हो गयी जब एक युवक ने अपने आपको एक हरियाण का सबसे बड़ा पुलिस अधिकारी का साला तक बता दिया। और जब उसी पुलिस अधिकारी को फोन किया गया। तब वो युवक अपने आपको किसी पार्टी के लीडर का भाई बोलने लगा, तभी उसकी सफेद कलर की फॉर्च्यूनर जिस गाड़ी में ब्लैक शीशे लगे हुए थे,/ उसको बोंड कर दिया गया, और फिर वो युवक 2 युवतियों के साथ ऑटो पर जाता दिखाई दिया।