दो साल में किए कार्यों की विजिलेंस जांच की मांग
जीरकपुर। कांग्रेस से आम आदमी पार्टी में गए जीरकपुर नगर परिषद के करीब 11 पार्षदों ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जीरकपुर नगर परिषद प्रधान उदयवीर सिंह ढिल्लों पर पिछले 2 साल के दौरान भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए विजिलेंस जांच की मांग की। वार्ड नंबर 14 के पार्षद हरजीत सिंह मिंटा ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2022-2023 के दौरान जीरकपुर नगर परिषद का बजट 121 करोड़ रुपये रखा गया था, जिसमें से 68 करोड़ रुपये विकास कार्यों पर खर्च किये जाने का दावा किया गया है, जबकि जीरकपुर शहर में एक पैसे जा भी काम होता नजर नहीं आ रहा है, यहां तक कि नगर परिषद द्वारा सड़कें भी नहीं बनाई गई हैं और सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। शहर में सीवेज सिस्टम का बुरा हाल है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 2 वर्षों में 10 टियूबवैल पास किए गए, जिनमें से 5 लगाए जा चुके हैं, एक की लागत 32 लाख रुपये है, लेकिन लगाए ट्यूबवेलों में से 2 ट्यूबवेल खराब भी हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि कागजों में इन ट्यूबवैलों की गहराई करीब 800 फीट बताई गई है, लेकिन अगर इनकी जांच की जाए तो गहराई 400 फीट भी नहीं होगी। मिंटा ने कहा कि पूर्व विधायक एनके शर्मा चोर-चोर कहते रहते हैं, लेकिन वह चाहते हैं कि प्रधान ढिल्लों की कुर्सी बरकरार रहे और शहर का बेड़ा गर्क हो जाए। उन्होंने एनके शर्मा को दोगले चरित्र का बताते हुए कहा कि उनके वार्ड नंबर 19 की पार्षद परविंदर कौर दो साल से नगर परिषद की बैठक में दशमेश कॉलोनी में ट्यूबवेल लगाने की गुहार लगती आ रही हैं, लेकिन पूर्व विधायक प्रधान उदयवीर ढिल्लों की कुर्सी बचाने व अपनी राजनीति चमकने लगे हैं जबकि उनके पैतृक गांव लोहागढ़ में मूलभूत सुविधाएं चरमरा गई हैं, गांव की सड़कें टूटी हुई हैं, पानी भरने की गंभीर समस्या है।
वार्ड नंबर 28 के पार्षद सुखबीर सिंह लक्की ने कहा कि वह वार्ड के पार्षद हैं और उनसे बिना पूछे प्रधान ने शंकर सिटी प्राइवेट कॉलोनी में 32 लाख की लागत से सरकारी ट्यूबवेल लगवा दिया जहां महज 5 फीसदी लोग रहते हैं जबकि उनके वार्ड के अन्य क्षेत्रों में पानी की भारी किल्लत है। वार्ड नंबर 5 की पार्षद नेहा शर्मा ने कहा कि उनके वार्ड में बरसाती पानी की निकासी की गंभीर समस्या है, जिस पर प्रधान ने पिछले 2 साल से कोई ध्यान नहीं दिया, उनके वार्ड के पारित कार्यों को किसी अन्य वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया है।
वार्ड नंबर 26 पार्षद नवजोत सिंह ने कहा कि जीरकपुर में सड़कों की हालत खराब हो गई है। लोग लंबे समय से जर्जर सड़कों पर चलने को मजबूर हैं। रहती कसर बारिश ने निकाल दी सड़कें गहरे गड्ढों से घिरी हुई हैं। शहर के लोग लगातार मांग कर रहे हैं कि खराब सड़कों की हालत में सुधार किया जाए, लेकिन प्रधान उदयवीर सिंह ढिल्लों चंडीगढ़ में रहते हैं, उन्हें क्या पता लोगों की परेशानी, जिन्हें अपने वार्ड नंबर के लोगों की परवाह नहीं है. उनके वार्ड 12 में डीपीएस स्कूल से किशनपुरा तक सड़क टूट जाने से उनके वार्ड वासियों की स्थिति दयनीय हो गई है।
वार्ड नंबर 4 की पार्षद सुनीता जैन ने बताया कि विधानसभा चुनाव से पहले हरमिलाप नगर फाटक से प्रीत पैलेस तक सड़क बनाने का टेंडर पास हो गया था जिसने आधी ही सड़क बनाई बावजूद इसके ठेकेदार को भुगतान कर दिया गया। वहीं वार्ड नंबर 31 की पार्षद नीतू चौधरी के ससुर राम कुमार ने कहा कि उनके वार्ड में फर्नीचर मार्किट से जाने वाली सड़क टूटी हुई है और जब लोग उनसे सवाल पूछते हैं तो जवाब देना मुश्किल हो जाता है। वार्ड नंबर 1 पार्षद उषा रानी के पति प्रताप सिंह राणा ने कहा कि उनके वार्ड में सड़क मरम्मत के नाम पर बड़ा हेरफेर किया गया है, जिसकी जांच होनी चाहिए।
वार्ड नंबर 27 की पार्षद रेणु शर्मा ने बताया कि उनके वार्ड में प्रधान ने सरकारी पैसे से अपनी चहेते की निजी कॉलोनी में सड़क व सीवरेज की दिया और आज भी शिवालिक विहार में कई सालों से पानी भरने की समस्या बरकरार है. वहीं, वार्ड नंबर 6 के पार्षद अजीतपाल सिंह ने कहा कि उनके लिए लोगों को जवाब देना मुश्किल हो रहा है, क्योंकि उनके वार्ड में दो साल से कोई काम नहीं हुआ है। सभी पार्षदों ने एक स्वर में प्रधान उदयवीर सिंह ढिल्लों से नैतिक आधार पर इस्तीफा देने की मांग की क्योंकि वह दो साल में विकास कार्य नहीं करवा सके ताकि शहर का विकास हो सके।