पंडित सुनील दत्त ने बताया की इस वर्ष 2023 में भारतीय पंचाग अथवा हिन्दू केलेंडर 12 की जगह 13 महीनों का होगा। भारतीय पंचांग के अनुसार, प्रत्येक तीन वर्ष में एक बार अधिक मास आता है। उस वर्ष 12 नहीं, 13 हिंदू माह होते हैं। साल 2023 में भी ऐसा ही संयोग बन रहा है। इस वर्ष 13 हिंदू माह रहेंगे लेकिन इसके साथ साल 2023 में 19 साल बाद एक दुर्लभ संयोग भी बन रहा है।
भैरों की सैर पंडित सुनील दत्त ने बताया कि इस बार श्रावण का अधिक मास रहेगा, जो 2004 के बाद इस वर्ष 2023 में आ रहा है। ऐसे में साल 2023 में व्रत त्योहारों की तिथि में भी बदलाव होंगे।
सौर मास 365 दिन का होता है। वहीं, चंद्रमास 354 दिन का होता है। इस वजह से दोनों के बीच साल में 11 दिन का अंतर आता है। यह अंतर 3 साल बाद एक महीने के बराबर हो जाता है। इसलिए शास्त्रों के विद्वानों ने इन दिनों को समायोजित करने के लिए अधिक मास की व्यवस्था बनाई। हिंदू धर्म ग्रंथों में अधिक मास को पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं। अधिक महीना भगवान विष्णु की विशेष उपासना का काल माना जाता है।