चंडीगढ़/मोहाली। गरीब माता-पिता बेटी को उच्च शिक्षा दिलवाने में संकोच करते हैं और यदि गरीब परिवार की होनहार बिटिया अपने बूते उच्च शिक्षा ग्रहण करने में कामयाब हो भी जाती है तो परिजनों को बिटिया की शादी करने की ङ्क्षचता हमेशा सताती रहती है। कुछ बच्चियां गरीबी की वजह से शिक्षा भी नहीं ले पातीं। ऐसे ही गरीब और जरूरतमंद परिवार की बेटियों की शादी करवाने की बीड़ा मोहाली में पड़ते खरड़ के किन्नर समाज की मंहत पूजा मंहत ने उठाई है। पूजा मंहत ने अब तक अपने आसपास के दर्जनों समाज सेवा कार्य कर चुकी है अब उन्होने रविवार को खरड़ के जनता चौक में दो गरीब बेटियों की शादी करवाई हैं। अपनी गुरू जीत मंहत से मिले संस्कार से पूजा महंत समाज के प्रति समर्पण को देखकर समाज सेवा का भाव जागा।
हालांकि, पूजा महंत कहती है समाज सेवा के बारे में उनके जैसी अधिकतर किन्नर सोचती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए पूजा महंत ने पहले समाज सेवा धर्म को बखूबी निभाया और अब जरूरतमंद गरीब परिवार के बेटियों की शादी करवा रही हैं। पूजा महंत किन्नर परिवार के सहयोग से समाज सेवा में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। गरीब माता-पिता को हमेशा लगता है कि यदि बेटी ने पढ़ाई कर ली तो शादी करना और भी चुनौतीपूर्ण होगा। कोई भी पढ़ा-लिखा लड़का बिना मोटी रकम लिए शादी नहीं करेगा।
इसी मिथ्या को तोड़ने के लिए पूजा महंत ने कमर कसी और उन गरीब बच्चियों की शादी का बीड़ा उठाया, जिनकी गरीबी के कारण शादी होने में दिक्कतें हो रही थी। हालांकि, वे मानती हैं कि समाज को अपना नजरिया बदलने की जरूरत है। पूजा महंत ने कहा की हमारे आसपास हमेशा एक बात कही जाती है कि पुरुष प्रधान समाज है, लेकिन आज समाज में किन्नर समाज हर वर्ग में आगे बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं।
शायद ही कोई क्षेत्र बचा हो जहां तक किन्नर समाज की पहुंच न हो। आज कई ऐसे संस्थान हैं, जिसको माध्यम वर्ग की किन्नर समाज भलीभांति तरीके से संचालित कर रही हैं। वक्त बदल रहा है। समाज के लोगों को किन्नर को अबला, कमजोर और निम्नतर आंकने की भूल नहीं करनी चाहिए। आज भी हमारे समाज में गरीब परिवार अपनी बेटियों की शादी के लिए ठोकर खा रहे हैं।
अक्सर देखा जाता है कि लड़के के परिजन उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाली लड़कियों के परिवार से भी मोटी रकम की मांग कर लेते हैं। मजबूरन अपने से कम पढ़े-लिखे लड़कों से समाज में ऐसी कई लड़कियों को शादी करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। रेखा का कहना है कि अब तो उनका एकमात्र लक्ष्य है कि समाज के गरीब बेटियों की शादी करवाना है।