चंडीगढ़, विश्व प्रसिद्ध शक्ति पीठ श्री माता मनसा देवी मंदिर परिसर को भव्य रूप देने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। मंदिर परिसर को काशी कॉरिडोर की तर्ज पर विकसित करने का खाका तैयार कर लिया गया है। हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने बुधवार को विधान सभा सचिवालय में पंचकूला जिला प्रशासन और माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मंदिर परिसर का मुआयना किया। इस अवसर पर धार्मिक क्षेत्र से संत समाज और वास्तुशास्त्र से जुड़े विशेषज्ञ भी मौजूद रहे।
हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने बताया कि मंदिर परिसर में हनुमान वाटिका मुख्य आकर्षण का केंद्र बनेगी। रामभक्त हनुमान की भव्य प्रतिमा वाली यह वाटिका मुख्य मंदिर से ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में बनेगी। खुले आसमान के नीचे स्थापित इस प्रतिमा का मुख माता मनसा देवी के मुख्य मंदिर की तरफ रहेगा। बैठक में मौजूद ब्रह्मऋषि मिशन से जुड़ी अमृता दीदी ने कहा कि हनुमान 7 चिरंजीवियों में विशिष्ट स्थान रखते हैं। नगर में उनकी भव्य प्रतिमा की स्थापना होने से समाज में सौहार्द बढ़ेगा और विकास ने नए रास्ते खुलेंगे। इस अवसर पर प्रसिद्ध वास्तुकार रविशंकर ने अनेक सुझाव दिए।
विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता इससे पूर्व 24 नवंबर को भी हरियाणा विधान सभा सचिवालय में श्राइन बोर्ड के साथ बैठक कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर के मुख्य गुंबज और प्रवेश मार्ग को नए सिरे से बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि माता मनसा देवी मंदिर शहर की विशिष्ट पहचान होने के साथ-साथ लोगों की आस्था का भी केंद्र है। वर्तमान में मुख्य कॉरिडोर में तीव्र मोड़ होने के कारण माता का मुख्य मंदिर दूर से दिखाई नहीं देता। इसलिए यहां मुख्य मंदिर के ठीक सामने से लंबा-चौड़ा कॉरिडॉर बनाया जाएगा। यह कॉरिडोर वर्तमान पुस्तकालय और वीटा बूथ के बीच से शुरू होकर मुख्य मंदिर तक सीधा रहेगा। वीआईपी प्रवेश में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि नया निर्माण रुड़की स्थित सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा तैयार की गई ड्राइंग के अनुसार होगा। इस निर्माण पर 6.10 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
बैठक में पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल, उपायुक्त सुशील सारवान, नगर निगम के उपायुक्त सचिन गुप्ता, श्राइन बोर्ड के सीईओ अशोक कुमार बंसल, सचिव शारदा प्रजापति, एसडीओ राकेश पाहुजा, कालका स्थित काली माता मंदिर के सचिव पृथ्वी राज मित्तल, श्राइन बोर्ड के सदस्य आरपी मल्होत्रा, रेखा बाली, हरबंस सिंगला, एचएसवीपी के एक्सईएन एन.के.पायल, लेखाधिकारी अमित कुमार और प्रसिद्ध वास्तुकार रविशंकर उपस्थित रहे।