चंडीगढ़ : नए साल के स्वागत के बीच दुनिया भर के लोग नए संकल्प ले रहे हैं, अपने स्वास्थ्य एवं वैलनैस को प्राथमिकता देने की शपथ ले रहे हैं। इस बदलाव के बीच अवीवा इंडिया के सीईओ एवं एमडी असित रथ ने फाइनैंशियल कल्याण एवं स्वस्थ जीवनशैली के संबंध पर ज़ोर दिया। और लोगों से आग्रह किया वैलनैस को एक खर्च के रूप में नहीं बल्कि भविष्य में निवेश के रूप में देखें।
रथ ने सशक्त फाइनैंशियल भविष्य के लिए स्वस्थ एवं फिट शरीर में निवेश पर ज़ोर देते हुए कहा ‘‘स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हम स्वास्थ्यसेवाओं की लागत में कटौती कर सकते हैं, संभवतया इंश्योरेन्स प्रीमियम में भी कमी ला सकते हैं। शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होने से हमारी उत्पादकता बढ़ती है, कमाई की क्षमता बढ़ती है, इस तरह करियर लम्बा चलता है।’ रथ के अनुसार छोटी-छोटी चीज़ें जैसे धूम्रपान न करना, रोज़ाना सैर करना, आपके व्यक्तिगत स्वास्थ्य में कीमती निवेश साबित हो सकता है।
सीईओ ने सेहतमंद आहार के फायदों पर ज़ोर देते हुए कहा कि यह न सिर्फ हमारे स्वास्थ्य में बल्कि विवेकपूर्ण आर्थिक योजना में भी मददगार होता है। ‘‘अक्सर बाहर खाने या प्रोसेस्ड फूड के बजाए घर में बना सेहतमंद आहार लें। इस तरह के विकल्प लम्बे समय के लिए आपकी सेहत बनाए रखते हैं और बीमारियों से बचाकर चिकित्सा की संभावी लागत को कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ-साथ उन्होंने भोजन की योजना, बड़ी मात्रा में खरीद, और जोश में आकर किराने पर खर्च जैसे पहलुओं पर भी सुझाव दिए।
रथ ने व्यक्तिगत एवं पेशेवर सफलता के लिए मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि जीवन एवं मानसिक स्वास्थ्य के बीच तालमेल बनाए रखने से तनाव कम होता है, आपकी निर्णय निर्धारण क्षमता और उत्पादकता बढ़ती है। रथ ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए रोज़मर्रा में मनन जैसी तकनीकें अपनाएं, ये न सिर्फ आपको स्वस्थ बनाकर बचत करने बल्कि पेशेवर विकास में भी मदद करती हैं।
रथ ने बताया कि आर्थिक भविष्य को स्थिर बनाए रखने के लिए वित्तीय साक्षरता भी मायने रखती है। उन्होनें लोगों से आग्रह किया कि बजट, बचत, निवेश के बारे में जागरुक बनें, सोच-समझ कर फैसला लें ताकि आर्थिक परेशानियों से बच सकें। नियमित वित्तीय मूल्यांकन से खर्च में कटौती की जा सकती है और पैसे को सही जगह पर लगाकर बचत और निवेश किया जा सकता है। रथ ने बताया कि आर्थिक मजबूती आपको सुरक्षा देती है और अप्रत्याशित खर्चों के प्रभाव से सुरक्षित रखती है।
एक सामरिक दृष्टिकोण में रथ ने नियमित जांच और निदान के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा, ‘‘नियमित जांच के द्वारा किसी भी बीमारी का निदान समय पर हो जाता है, जिससे जल्दी इलाज शुरू होने से इलाज की लागत में कमी आती है। इसलिए नियमित जांच की अनदेखी न करें, अपने स्वास्थ्य के प्रबन्धन के लिए सक्रिय रहें, इससे न सिर्फ आपके पैसे की बचत होगी बल्कि जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा।’
हम साल 2024 की ओर बढ़ रहे हैं, ऐसे में इन पांच आदतों को अपनाने का संकल्प लेकर आप ऐसे जीवन में निवेश करेंगे, जो आपकी आर्थिक स्थिरता के साथ-साथ आपके कल्याण को भी सुनिश्चित करेंगे। अवीवा इंडिया के सीइोओ रथ ने संदेश दिया- व्यक्तिगत स्वास्थ्य में निवेश, आपके समृद्ध वित्तीय स्वास्थ्य में निवेश है। तो आइए इन आदों को अपनाकर ऐसे भविष्य का निर्माण करें जहां स्वास्थ और सम्पत्ति हमेशा आपका साथ निभाएंगे।