चंडीगढ़, पंचकूला में स्वामी विवेकानन्द जयंती के उपलक्ष्य में 12 जनवरी को युवा दिवस अनोखे अंदाज में मनाया जाएगा। इस मौके पर होने वाला समारोह पंचकूला के 7 सरोकारों के साये में रहेगा। हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने आयोजन की विस्तृत तैयारियों के लिए वीरवार को विधान सभा सचिवालय में पंचकूला के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की। तय हुआ कि आयोजन में जिला प्रशासन, नगर निगम, एचएसवीपी, स्वयंसेवी संगठनों और शिक्षण संस्थानों की भागीदारी रहेगी। बैठक में पंचकूला के महापौर कुलभूषण गोयल, जिला आयुक्त सुशील सारवान, पुलिस उपायुक्त सुमेर प्रताप सिंह समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे।
विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द कहते थे कि “सफलता प्राप्त करने के लिए, अटल धैर्य और दृढ़ इच्छाशक्ति चाहिए।” उन्होंने कहा कि किसी भी योजना को धरातल पर उतारने के लिए प्रशासिनक अधिकारियों के धैर्य और दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ-साथ नागरिक समाज की सक्रिय भूमिका जरूरी है। उन्होंने पंचकूला के लिए 7 सरोकारों की जो मुहिम शुरू की थी, अब वह जन-अभियान का रूप ले चुकी है। 7 सरोकारों का धरातल पर असर दिखाने के लिए स्वामी विवेकानन्द जयंती सबसे उपयुक्त अवसर है। इसलिए 12 जनवरी 2024 को शहर में इसे उत्सव के तौर पर मनाया जाएगा।
इस दौरान हजारों की संख्या में स्कूली बच्चे और स्वयंसेवी संगठनों के सदस्य आम लोगों के साथ सेक्टर 5 स्थित शालीमार मॉल के पीछे दशहरा मैदान में एकत्रित होंगे। वहां एक समारोह के बाद शोभायात्रा शुरू होगी। शोभायात्रा बस स्टैंड चौक, सेक्टर 10/4 चौक, 11/15 चौक, सेक्टर 10/16 चौक, सेक्टर 9/17 चौक, सेक्टर 7/17 चौक सेक्टर, गीता चौक से होते हुए शालीमार ग्राउंड में संपन्न होगी। शोभा यात्रा के रास्ते में स्थान-स्थान पर 7 सरोकारों के प्रति प्रेरणा जगाने के लिए स्वयंसेवी संगठनों की ओर से स्टॉल लगाई जाएंगी।
हरियाणा विधान सभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि पंचकूला की विशिष्ट पहचान बनाने के लिए 7 सरोकार शुरू किए गए हैं। इनमें शहर को ड्रग, प्रदूषण, प्लास्टिक, स्ट्रे कैटल, स्ट्रे डॉग, अतिक्रमण, स्लम से मुक्त करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई के साथ-साथ आम नागरिकों की भूमिका भी सुनिश्चित की गई है। इसमें जिला प्रशासन के कुछ विभाग सीधे कार्रवाई करते हैं तो कुछ विभाग जागरूकता मुहिम चला योगदान करते हैं।
बैठक में विस अध्यक्ष ने 7 सरोकारों की जिला प्रशासन के साथ गहन समीक्षा भी की। शीर्ष अधिकारियों ने शहर से ड्रग, प्रदूषण, प्लास्टिक, स्ट्रे कैटल, स्ट्रे डॉग, अतिक्रमण, स्लम से मुक्ति दिलाने के लिए किए गए प्रयासों पर रिपोर्ट प्रस्तुत की। पुलिस विभाग से उपायुक्त सुमेर प्रताप सिंह ने नशा उन्मूलन के लिए की गई कार्रवाई के आंकड़े प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि नशाखोरों और इससे संबंधित अपराधों में संलिप्त लोगों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया गया है।
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस को इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं होना चाहिए तथा नशाखोरों के खिलाफ मुहिम और तेज करनी होगी। उन्होंने कहा कि शहर में कई स्थानों पर आहातों के आसपास गाड़ियों पर ही शराब उपलब्ध करवाई जा रही है। ऐसे मामलों में सख्ती से निपटना होगा। विस अध्यक्ष ने नशा मुक्ति केंद्रों की कार्यप्रणाली पर भी जवाबतलबी की।
इस प्रकार एचएसवीपी के संपदा अधिकारी मानव मलिक, सीएमओ डॉ. मुक्ता कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी सुधीर मोहन ने अपने-अपने विभागों द्वारा किए गए प्रयासों की जानकारी दी।
बैठक में स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी से डी.पी. सोनी, डी.पी. सिंघल, एन.डी. शर्मा, युवराज कौशिक, देवेंद्र राणा, विनोद मित्तल, सहायक पुलिस आयुक्त सुरेंद्र सिंह, पुलिस अपराध शाखा के सहायक पुलिस आयुक्त अरविंद, एसई राजीव शर्मा, एसडीई कैलाश काला, डीडीपीओ विशाल पराशर, डीएसडब्लूओ डॉ. विशाल सैनी, डीएसओ नील कमल, मनोचिकित्सक डॉ. एम.पी. शर्मा उपस्थित रहे।