पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आई औद्योगिक इकाईयां : 21 हजार पौधों का रोपण कर बनाया नया रिकॉर्ड।
पौधारोपण करके प्रकृति का संरक्षण और संवर्धन करना बहुत जरूरी- योगेश मुंजाल।
गुरूग्राम, (जतिन /राजा ): कहते हैँ पहाड़ को तोडऩे के लिए हथौड़े का एक वार काफी नहीं है, लेकिन हथौड़े का हर वार पहाड़ में दरार जरूरत डालता है। ऐसे में पर्यावरण के बिगड़ते संतुलन को नियंत्रित करने के लिए भी सिर्फ एक व्यक्ति द्वारा एक बार के प्रयास नाकाफी है। इसके लिए प्रत्येक जन को समय-समय पर अपनी सकारात्मक भूमिका निभाती रहनी होगी। इसी कड़ी में पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से वीरवार को पीएनजीआई के सौजन्य से कैपेरो मारूति के सीईओ एवं कार्यकारी निदेशक, सीआईआई गुरूग्राम जोन के वाईस चेयरमैन व पीएनजीआई के महासचिव विनोद बापना के निर्देशानुसार गुरूग्राम व एनसीआर औद्योगिक क्षेत्र में महापौधारोपण अभियान चलाया गया। इस दौरान 21 हजार पौधों को अलग-अलग औद्योगिक इकाईयों द्वारा मात्र 10 दिन में रोपित किया गया।
इस मौके पर कैपेरो मारूति के सीईओ एवं कार्यकारी निदेशक, सीआईआई गुरूग्राम जोन के वाईस चेयरमैन व पीएनजीआई के महासचिव विनोद बापना ने कहा कि पेड़-पौधे हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखते है। इनसे पृथ्वी पर ऋतु चक्र बना रहता है। ऋतु चक्र को संतुलित बनाए रखने के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण व उनका संरक्षण जरूरी है। उन्होंने कहा कि बहुत से लोग पौधों का रोपण कर भूल जाते है तथा अधिकत्तर पौधें देखभाल के अभाव में नष्ट हो जाते है।
ऐसे में बिना संरक्षण का बीड़ा उठाए पौधारोपण का कोई महत्व नहीं होता। ऐसे में प्रत्येक जन को चाहिए कि वे चाहे कम पौधें रोपित करें, लेकिन जितने भी पौधें रोपित करें, उनका संरक्षण अवश्य करें। ताकि पौधें भविष्य में पेड़ बनकर पर्यावरण को स्वच्छ बना सकें।
इस मौके पर मुंजाल शोवा के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर योगेश मुंजाल ने कहा कि युवाओं को जल एवं पर्यावरण संरक्षण का महत्व समझाना होगा, ताकि भविष्य में जल एवं पर्यावरण संकट को मिटाया जा सकें। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधों की अंधाधुंध कटाई से वातावरण दिनों दिन प्रदूषित होता जा रहा है। ऐसे में प्रदूषित होते पर्यावरण को बचाने के लिए पौधारोपण बहुत जरूरी है। उन्होंने युवाओं से भी आह्वान किया कि वे जल एवं पर्यावरण संकट को मिटाने की जिम्मेवारी अपने कंधों पर ले तथा इस दिशा में पूरी निष्ठा से कार्य करें।
उन्होंने कहा कि प्रकृति को ईश्वर का दूसरा रूप कहा जाता है, क्योंकि पेड़-पौधों पर ही प्रकृति निर्भर रहती है। ऐसे में पौधारोपण कर प्रकृति का संरक्षण और संवर्धन करना बहुत जरूरी है। पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए पौधारोपण बहुत जरूरी है।
पौधारोपण अभियान में मुंजाल शोवा लिमिटेड,भिवाड़ी चैंबर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्री, हाईटेक इंटरप्राईजेज, कैपेरो मारूति लिमिटेड, टैलब्रोज ऑटोमैटिव कांपोनेंटस लिमिटेड, रूप पॉलीमर्स लिमिटेड, फेडरल मोगुल जोईजा टेनेको, सबरोज लिमिटेड, मुंजाल ऑटो लिमिटेड, ईस्ट उद्योग लिमिटड, ग्लोबल हैल्थ केयर लिमिटेड, अरवाचिन पब्लिक स्कूल, आईटीसी आदि ने भाग लिया।
पीएनजीआई की फाउंडर मेंबर जोहा अशफाक ने बताया कि इस अभियान मे रामनारायण,योगेशचंद्र मुंजाल, आरपी खटाना,विनोद बापना, अंशु मेहरा, संकल्प पाठक,प्रदीप भदौरिया,सुशील मालवीय, प्रीति मुंजाल, प्रमोद कुमार, दीप्ति शर्मा, जोहा अशफाक ,अल्ताफ हुसैन सहित अन्य पर्यावरण प्रेमियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया ।