इदम टुडे न्यूज़ डेस्क /चण्डीगढ़ : पीजीजीसी-46 की साहित्यिक सोसायटी ने ललित कला विभाग, अंग्रेजी विभाग और पिक्सेंट फिल्म क्लब के सहयोग से आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के हिस्से के रूप में आदिवासियों की कहानियाँ, वारली कला और सौंदर्यशास्त्र पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों द्वारा वारली कला कार्यशाला की पेंटिंग से हुई। ललित कला विभाग के डॉ. ओपी परमेश्वरम और डॉ. मनदीप गिल कार्यशाला के प्रशिक्षक थे। कार्यशाला के भाग के रूप में छात्रों के लिए वाल जनजाति के जीवन और कला पर एक वृत्तचित्र भी दिखाया गया। कार्यक्रम का समापन छात्रों की पेंटिग्स की प्रदर्शनी के साथ हुआ। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. आभा सुदर्शन ने अपने संबोधन में हमारी विरासत कला को बढ़ावा देने और संरक्षित करने के महत्व पर प्रकाश डाला और प्रतिभागियों को कार्यशाला के लिए उनके उत्साह के लिए बधाई दी। डीन डॉ. राजेश कुमार, वाइस प्रिंसिपल डॉ. बलजीत ने प्रदर्शनी का दौरा किया और कार्यशाला में उपस्थित विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। डॉ. सुमीत गिल के नेतृत्व में पिक्सेंट फिल्म क्लब के छात्रों ने इस कार्यक्रम को कवर किया और साहित्यिक सोसायटी की संयोजक डॉ. सी. अनुपमा ने कार्यक्रम का समन्वय किया।