चंडीगढ़ /त्रिपुरारी शर्मा : रसना ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष स्वर्गीय श्री अरीज़ पिरोजशॉ खंबाटा को गुजरात राज्य के व्यापार एवं उद्योग क्षेत्र में उनके काम के लिए पद्म श्री (मरणोपरांत), 2023 से सम्मानित किया गया है। देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक यह पुरस्कार राष्ट्र निर्माण की दिशा में श्री खंबाटा जी के जीवन भर के कार्य के लिए प्रदान किया गया है।
यह पुरस्कार उनकी ओर से सुश्री पर्सिस अरीज़ खंबाटा (पत्नी) और श्री पिरुज़ अरीज़ खंबाटा (पुत्र) द्वारा स्वीकार किया गया। श्री खंबाटा जी इस तरह का सम्मान पाने वाले अहमदाबाद के पहले पारसी हैं। उन्होंने मूल स्टार्टअप, “मेड इन इंडिया” कंपनी की स्थापना की थी जिसने अंतर्राष्ट्रीय बाजार को भी जीत लिया है। आज रसना इंटरनेशनल विश्व स्तर पर सबसे बड़े इंस्टेंट ड्रिंक एंड बेवरीज निर्माता के रूप में जाना जाता है जिसका 80% बाजार हिस्सेदारी भारत में है।
इस उच्च सम्मान पर टिप्पणी करते हुए रसना ग्रुप के अध्यक्ष श्री पिरुज़ खंबाटा ने कहा “खंबाटा परिवार भारत के राष्ट्रपति द्वारा मरणोपरांत स्वर्गीय श्री अरीज़ खंबाटा को दिए गए इस पुरस्कार को विनम्रतापूर्वक स्वीकार कर रहा है। हम इसके लिए हमेशा आभारी हैं। मैंने और मेरे परिवार ने राष्ट्र निर्माण की दिशा में मेरे स्वर्गीय पिता के पदचिन्हों पर चलने के लिए खुद को समर्पित कर दिया है।“ राष्ट्र निर्माण की भावना से श्री खंबाटा जी ने अपने कई अवतारों के माध्यम से सेवा की है। एक व्यवसायी के रूप में उन्होंने लाखों रोजगार सृजित करते हुए आर्थिक विकास में योगदान दिया है। एक परोपकारी व्यक्ति के रूप में उन्होंने सुविधा वंचित लोगों के लिए शिक्षा और चिकित्सा देखभाल के विकास की दिशा में अथक प्रयास किया है।
एक सामुदायिक नेता के रूप में उन्होंने भारत और विदेशों में पारसी समुदाय के हितों की रक्षा के लिए काम किया है और होमगार्ड के कमांडेंट के रूप में उन्होंने राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ नागरिकों के जीवन और संपत्ति की रक्षा की है। अपने उसूल “काम काम काम” के साथ जीते हुए उन्होंने हमेशा उद्यमियों की भावी पीढ़ियों को प्रेरित करने का प्रयास किया। हमारे साथ बिताए समय में उन्होंने जितनी जिंदगियां सवारी हैं उनके इस काम को लोग लम्बे समय तक याद रखेंगे। इससे पहले श्री खंबाटा जी को भारत के होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा पदक के साथ-साथ पश्चिमी स्टार, समरसेवा और संग्राम पदक से सम्मानित किया गया था।
उन्हें भारत के राष्ट्रपति माननीय डॉ शंकर दयाल शर्मा द्वारा वाणिज्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रीय नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। गुजरात के सर्वोच्च करदाता के रूप में राष्ट्रीय खजाने में उनके योगदान के लिए उन्हें वित्त मंत्रालय द्वारा सम्मान पत्र से भी सम्मानित किया गया था। उन्हें अहमदाबाद पारसी पंचायत द्वारा भी सम्मानित किया गया था और उन्हें ‘अहमदाबाद के पहले उत्कृष्ट पारसी‘ के रूप में भी चुना गया था।