पंचकूला। शिवसेना हिंद की राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला विंग शैलजा ठाकुर ने कहा कि झूठे तथ्यों के आधार पर प्रेस कॉन्फ्रेंस रखकर पुलिस प्रशासन को बदनाम करने व मेरी सामाजिक छवि खराब करने वालों का हुआ पर्दाफाश। शैलजा ठाकुर ने कहा 23 फरवरी 2023 को मेरे द्वारा कालका थाने में एक नाबालिक लडकी का नाम व पहचान उजागर करने तथा नाबालिक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने वालों के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज कराया गया हैं। जिसकी मुकदमा संख्या 61/2023 है। उन्होंने कहा कि 2 अप्रैल को पंचकुला में पीड़ित लड़की की मां ओर सामाजिक महिला द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई।
जिसमें उन लोगों द्वारा पुलिस प्रशासन और मेरे ऊपर लगाए गए आरोप झूठे और बेबुनियाद है। जब मैंने उस सामाजिक महिला से बात की तो उन्होंने मुझे बताया कि मुझ से झूठ बोला गया था और मुझे उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में झूठ बोलकर बिठाया गया था जो कि मैं आपको जानती तक नहीं हूं। ना ही कभी आप से मिली हूं। मुझसे गलती हुई है मुझे इस घटना के बारे में कुछ भी पता नहीं था।
उन्होंने कहा पीड़िता लड़की की मां द्वारा प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस पर कार्यवाही ना करने के झूठे आरोप और मेरी सामाजिक छवि खराब करने की कोशिश की है। शैलजा ठाकुर ने कहा कि क्या झूठी प्रेस कान्फ्रेस करने वालों ने मीडिया कर्मियों को यह बात प्रेस कान्फ्रेस में या प्रेस कान्फ्रेस से पहले इस बात का खुलासा भी किया गया था कि झूठी प्रेस कान्फ्रेस करने वालों के खिलाफ पहले से ही 7 लोगों पर विभिन्न धाराओं 323, 354, 452, 506 के तहत पहले से ही एक मुकदमा 49/2023 दिनांक 11/02/2023 दर्ज है। मुझे लगता है कि पुलिस को बदनाम करके और मुझे बदनाम करके इस केस को कहीं ना कहीं कमजोर करने की कोशिश की जा रही हैं।
शैलजा ठाकुर ने कहा कि मेरी डीजीपी साहब हरियाणा से विनती है कि ऐसी झूठी प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वालों के खिलाफ बनती धाराओं में कानूनी कार्यवाही की जाए। जो दोबारा से यह लोग ऐसी झूठी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस प्रशासन को बदनाम करने की दोबारा कोशिश ना कर सकें।
जबकि हमारे समाज में पुलिस अपराधियों को अपराध करने से रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है ऐसे झूठे लोगों के ऊपर बनती कानूनी कार्रवाई की जाए।