मोहाली (ब्यूरो रिपोर्ट): मोहाली डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने मोहाली जिले में आदेश जारी किए थे। मोहाली जिले में अपने बोर्ड्रो पर पंजाबी भाषा को दिया जाय पहला स्थान। बोर्ड को पंजाबी भाषा में पहले स्थान पर दिए जाने की आखिरी तारिक 21 फरवरी थी। 21 फरवरी से पहले अर्ध सरकारी एव निजी संस्थाएं और दुकानों में अपना साइन बोर्ड पंजाबी भाषा में लिखे हुए होने चाहिए थे। चौहान जी ने अपनी राय देते हुए बताया की पंजाब में पंजाबी भाषा को भुलाया जा रहा है, जो की बहुत शर्म की बात है। पूरे भारत के सभी राज्य में अपनी भाषा का प्रयोग करते है। हमें पंजाबी भाषा का आदर सत्कार करना चाहिए और हमें भाषा को पहला स्थान देना चाहिए। और दुकानों में अपना बोर्ड पंजाबी भाषा में लिखा हुआ होना चाहिए और अगर किसी को अन्य भाषा में कुछ लिखना है तो वह पंजाबी भाषा के नीचे लिख सकता है।
वही कई लोगो ने अपनी जिमेदारी समझते हुए अपनी दुकानों पर पंजाबी भाषा को पहला स्थान दिया है जबकि कई दुकान दारो ने अंग्रेजी भाषा का प्रयोग करके पंजाबी भाषा का मजाक उड़ाया और पंजाबी भाषा की बेअदबी की है। जब इनसे फोन लगाकर पूछने का प्रयास किया की उन्होंने अपना बोर्ड अंग्रेजी भाषा में क्यों लिखा हुआ है और पंजाबी भाषा में क्यों नहीं लिखा गया तब उन्होंने फोन नहीं उठाया और अपना पला झाड़ दिया। अब देखना यह है की पंजाब सरकार द्वारा चलाया गया ऑपरेशन पंजाबी मां बोली का अपमान करने में सरकार क्या कदम उठाती है।