चंडीगढ़/ इदम टुडे न्यूज़ डेस्क /आशा गुप्ता ,इसे भले ही एक तरह की अशिष्टता समझी जाए , लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह आदत स्वास्थ के लिए काफी फायदेमंद है।

इन गतिविधियों को फिजटिंग कहा जाता है, जो एक तरह का व्यायाम ही है। व्यक्ति की यह चंचलता उसके शरीर को सक्रिय रखती है और विभिन्न बीमारियों से बचाते हुए उम्र बढ़ाने में सहायक है।

फिजटिंग के प्रभाव जानिए:

एक अन्य अध्ययन में आठ सप्ताह की अवधि में 16 दुबले लोगों को प्रतिदिन 1,000 अतिरिक्त कैलोरी खिलाई गई। इनमें फिजटिंग के प्रभाव की जांच की गई। इसमें सामने आया कि कुछ प्रतिभागी वसा बढ़ने से रोक पाए क्योंकि वे काम के समय ऐसी गतिविधियां कर रहे थे। दोनों प्रकार के लोगों में फैट को लेकर 10 गुना अंतर पाया गया। फोन कॉल लेते समय खड़े रहने से लेकर टहलते हुए बात करने वाले लोगों में भी इस प्रकार का अंतर पाया गया।

फिजटिंग फायदेमंद इसलिए है कि यह काम के समय एक जगह बैठे रहने के कारण होने वाले खतरों को घटाती है। टेनिस में सर्व करने से पहले गेंद जमीन पर पटक कर उछालने की जरूरत नहीं होती लेकिन कई खिलाड़ियों ने माना कि ऐसा करने से उन्हें खेल पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है।

कुछ न कुछ करते रहें, इसका दिमाग से गहरा संबंध:

गतिहीन रहना सेहत के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता। कुछ न कुछ करते रहने का मस्तिष्क के प्रदर्शन के साथ गहरा संबंध है। यह जरूरत पड़ने पर सही स्तर की ऊर्जा देता है, जो एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है।

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