कैथल (कृष्ण प्रजापति): देश-भर में ईद-उल-अजहा का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। सिरटा रोड़ स्थित ईदगाह में बकरीद के अवसर पर नमाज अदा करने के बाद लोगों ने एक-दूसरे को मुबारकबाद दी। मदनी मदरसा के संचालक मौलाना सईदुर रहमान ने कहा कि ईद उल अजहा के मौके पर सुबह नमाजियों ने नमाज पढ़ी और एक-दूसरे को गले लगाकर मुबारकबाद दी। उन्होंने कहा कि ईदगाहों व मस्जिदों में आज बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने नमाज अदा करके देश की सलामती और आपसी सौहार्द की दुआ मांगी। सभी ने एक-दूसरे के गले मिलकर मुबारकबाद दी। मौलाना ने कहा कि इस्लाम धर्म में पांच फर्ज माने गए हैं। इस दौरान लोग नमाज पढ़ने के बाद कुर्बानी की प्रक्रिया शुरू करते हैं। ईद उल अजहा के दौरान कुर्बानी का बहुत महत्व होता है। उन्होंने कहा कि इस्लाम मे ईद उल-अजहा को भव्य ईद के रूप में मनाया जाता है। इसे “बलिदान का त्योहार” के नाम से भी जाना जाता है, जो ईद-उल-फितर के लगभग दस सप्ताह बाद आता है।