जीरकपुर। किसी भी शहर का ट्रैफिक देखकर पता चल जाता है कि वहां की पब्लिक कितनी अवेयर और अलर्ट है। क्योंकि बिना पब्लिक की भागीदारी के किसी सिस्टम को बेहतर और कारगर नहीं बनाया जा सकता है। इस मामले में जीरकुपर के हालात ज्यादा अच्छे नहीं हैं। लोगों ने अपनी सुविधा के लिए नियमों को ताख पर दिया है ,भले वह किसी के लिए भी जानलेवा हो। हमारी टीम ने जब शहर के सडको व हाइवे का जायजा लिया तो कई स्थानों पर पब्लिक ने डिवाइडर को तोड़ मौत का शॉर्टकट बना रखा था। निर्धारित यू टर्न के बजाए लोग इन्हीं शॉर्टकट से मुड़ जाते हैं। शॉर्टकर्ट के चक्कर रांग साइड ड्राइविंग भी करते दिखे। जिसकी वजह से कई बार सडक़ हादसे हो चुके हैं जिनमें कई घरों के चिराग भी बुझ गए। लेकिन इतने हादसों के बाद भी इससे सबक न तो प्रशासन ने लिया और न ही जनता ने। आये दिन सडक़ हादसे होते रहते है और जनता मौत के शॅर्टकट का इस्तेमाल करती रहती है।