चंडीगढ़। करोड़ों की लागत से बना 100 बेड के मनीमाजरा अस्पताल में मरीजों को इलाज में बहुत ज्यादा परेशानी आ रही है नवंबर से अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहे मरीज को भारी फीस देकर बाहर से अल्ट्रासाउंड कराने पड़ रहे हैं लाखों रुपए की मशीन हो रही खराब मनीमाजरा अस्पताल में रोजाना 700 से 8 00 के बीच मरीज रोज आते हैं।

ओपीडी में दो मेडिकल ऑफिसर संभाल रहे इतने मरीजों को जिसमें एक डॉक्टर परमिंदर सिंह को 15 दिन के लिए मनीमाजरा अस्पताल 15 दिन के लिए अन्य अस्पताल में भेज दिया जाता है मैरिज इन 15 दिनों में जिन दिनों डॉक्टर अन्य अस्पताल में सेवाएं देते हैं इलाज के लिए अस्पताल में भटकते फिरते हैं।

डॉक्टर परमिंदर को मनी माजरा के सभी समाजसेवी चाहते हैं कि मनीमाजरा अस्पताल में परमानेंट किया जाए और मनीमाजरा अस्पताल में इ एन टी के डॉक्टर भी लगाए जाएं साथ ही स्क्रीन के डॉक्टर भी लगाया जाए सीसीटीवी कैमरो की भी तादाद बढ़ाई जाए अच्छे क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे मनीमाजरा अस्पताल में लगाया जाए जिससे कि मनी माजरा अस्पताल में हो रही चोरियों पर काबू पाया जा सके।

समाजसेवी इमरान मंसूरी ने बताया की मनी माजरा अस्पताल में पिछले काफी समय से चोरियों की तादाद बढ़ गई है व अस्पताल स्टाफ हरचंद कोशिश करता है कि मरीजों को कोई परेशानी ना हो मगर स्टाफ की बहुत ज्यादा कमी है यहां पर स्टाफ भी बढ़ाया जाए व रात को एक बच्चों का डॉक्टर भी इमरजेंसी में लगाया जाए जिससे कि मरीजों को रात में किसी तरह की कोई परेशानी ना हो।

अस्पताल में कैंटीन भी खोली जाए और जन औषधि केंद्र जल्द खोला जाए मनीमाजरा संगठन के प्रधान एस एस परवाना, सुरजीत ढिल्लों, संजय भजनी, संजीव गाबा, इमरान मंसूरी, डॉ खालिद नदीम, प्रदीप बागरा, अंकित अरोड़ा, मनजीत सिंह बावा, आरिफ सिद्दीकी, शमीम अहमद, व अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी मांग उठाई।

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