भागलपुर, बिहार! लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में विधान परिषद चुनाव हो रहे हैं। 5 सीटों के लिए चुनाव होने हैं जिसके लिए एनडीए और महागठबंधन की ओर से प्रत्याशियों की घोषणा होते ही विधान परिषद के लिए सियासी हलचल तेज हो गई है। प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाने के लिए तैयार हैं। पांच सीटों के लिए हो रहे चुनाव में स्नातक और शिक्षक वोटर वोटिंग करेंगे। 31 मार्च 2023 को मतदान होना है।
महागठबंधन ने पांच में से तीन सीटें जद यू, एक राजद और एक सीपीआई को दिया है। वहीं एनडीए ने तीन नए चेहरों पर दांव खेला है।
महागठबंधन ने पांच में से तीन सीटें जद यू, एक राजद और एक सीपीआई को दिया है। वहीं एनडीए ने तीन नए चेहरों पर दांव खेला है।
इस सम्बन्ध में अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त ज्योतिष योग शोध केन्द्र, बिहार के संस्थापक दैवज्ञ पं. आर. के. चौधरी उर्फ बाबा-भागलपुर, भविष्यवेत्ता एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ ने सुगमतापूर्वक बतलाया कि:- ब्रह्माण्ड में ग्रहों की दैनिक स्थिति, गोचर, युति और दृष्टि सम्बन्ध के फलस्वरूप ज्योतिषीय परिप्रेक्ष्य में ज्ञात हो रहा है कि बिहार विधान परिषद के चुनाव में महागठबंधन को शानदार सफलता के आसार हैं। वहीं सारण की स्नातक सीट से भाजपा उम्मीदवार महाचंद्र प्रसाद सिंह और गया की स्नातक सीट से भाजपा उम्मीदवार अवधेश नारायण सिंह अपने प्रतिद्वन्दियों को कांटे की टक्कर दे सकते हैं।
लेकिन दांव पर भाजपा नेता अवधेश नारायण सिंह की साख है। चूँकि भाजपा नेता और पूर्व विधान परिषद सभापति अवधेश नारायण सिंह पर सबकी निगाहें टिकी हैं। अवधेश नारायण सिंह दो बार विधान परिषद के सभापति रह चुके हैं और 5 बार विधान परिषद चुनाव जीत चुके हैं। भाजपा ने छठी बार अवधेश नारायण सिंह को मैदान में उतारा है। लेकिन इस बार नैय्या पार करना मुश्किल ही प्रतीत हो रही है।