चंडीगढ़. पंजाब में बीते साल 5 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर दौरे में जब उनका काफिला 20 मिनट बेहद असुरक्षित क्षेत्र में रुका रहा था, सुरक्षा में हुई में हुई बड़ी खामी पर केंद्र सरकार ने पंजाब से पूरी जानकारी मांगी है. इसको लेकर पंजाब के चीफ सेक्रेटरी वीके जंजुआ ने से कहा कि इस मामले में केंद्र को रिपोर्ट भेजी जाएगी. इस जांच में जो भी दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई होगी और अगर रिटायर हो गए हों तो भी उनकी पेंशन काटी जाएगी.
चीफ सेक्रेटरी वीके जंजुआ ने कहा कि अफसरों को एक मौका दिया जाएगा ताकि वे अपनी बात रख सकें. पहले केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी जाएगी फिर दोषियों पर कार्रवाई होगी. पीएम सिक्योरिटी लैप्स में डीजीपी से लेकर अन्य 8-9 बड़े अफसरों पर कार्रवाई हो सकती है.
बठिंडा से हुसैनीवाला स्थित शहीद स्मारक जाने वाले थे पीएम नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी 5 जनवरी 2022 को सुबह पंजाब में बठिंडा पहुंचे थे, जहां से वह हेलीकॉप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाने वाले थे. बारिश और खराब दृश्यता के कारण प्रधानमंत्री ने करीब 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार किया था. जब मौसम में सुधार नहीं हुआ तो निर्णय लिया गया कि प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाएंगे, जिसमें दो घंटे से अधिक समय लगता. हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर जब प्रधानमंत्री का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा तो यह पाया गया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को अवरुद्ध कर दिया था. प्रधानमंत्री 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे थे.
सुप्रीम कोर्ट ने भी की थी अहम टिप्पणी
पंजाब यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की थी. इस मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने कहा कि फिरोजपुर एसएसपी कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपने कर्तव्य का निर्वहन करने में विफल रहे. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि भले ही पीएम के यात्रा रूट के बारे में उन्हें 2 घंटे पहले सूचित किया गया लेकिन पर्याप्त बल उपलब्ध होने के बावजूद वह अपने कर्तव्यों का पालन करने में विफल रहे.