पिछले एक साल से पीडिता काट रही पंचकूला महिला थाने के चक्कर
अलबत्ता पीडिता महिला के भाई पर एफआईआर कर भेज दिया गया जेल
पंचकूला की रेप पीडि़त ने अपने वकिल साथ की प्रैस कांफ्रेस
मीडिया कर्मियों से लगाई इंसफ की गुहार

पंचकूला (अमर शर्मा ) मूल रूप से उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले की रहने वाली महिला ने पंचकूला पुलिस और उत्तर प्रदेश पर कई गंभीर अरोप लगाये है।
पंचकूला की रेप पीडि़ता महिला ने अपने वकील की मौजूदगी में प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी दी कि 2013 में उसका विवाह जिला लखनऊ, उत्तर प्रदेश में हुआ था। पति की गैरमौजूदगी में उसके देवर सौरभ ने उसके साथ बलात्कार किया, जिसके परिणामस्वरूप उसने एक बच्चे को जन्म दिया।

 

ब्लैकमेलिंग और बलात्कार का सिलसिला लगातार चलता रहा। महिला किसी तरह अपने माता-पिता के पास लौटी और पंचकूला पुलिस से कार्रवाई करने की गुहार करती रही पंचकूला पुलिस ने जिरो एफआईआर कर उत्तर प्रदेश पुलिस को भेज दिया। पीडित महिला का आरोप है उत्तर प्रदेश पुलिस ने थाने में निवस्त्र कर उसे थाने पीटा। जब पीडिता उत्तर प्रदेश पुलिस की दरिंदगी की शिकार हुई तो उसने पंजाब-हरयिाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया हाईकोर्ट ने मामले में पंचकूला पुलिस को जांच के आदेश दिये। कहावत तो सुनी होगी आसमान से गिरे खजूर पर अटके। पंचकूला महिला थाने में 21 फरवरी 2022 को एफआईआर दर्ज की गई जिसमें आईपीसी 323, 354-सी, 376 (2)(एन), 377, 384, 498-ए, और आईपीसी 506 के गंभीर धराएं लगाई गई। एफआईआर दर्ज करने के बाद आरोपियों को महिला थाने में बुलाया गया और वीआईपी की तरह उन्हे केवल पूछताछ के बाद उन्हे थाने से भेज दिया गया है जैसे कुछ हुआ ही न हो। पंचकूला महिला थाने की पुलिस कई गैरजमानती धाराओं में एफआईआर दर्ज तो करती है लेकिन आरोपियों को गिरफ्तार करने के बजाये उन्हे केवल पूछताछ के बाद ही घर भेज दिया जाता है।

 

फिर शुरू होता है पंचकूला महिला थाने की पुलिस का खेल यहां पीडिता को कई बार थाने में बुलाया जाता है पीडिता ने आरोप है कि उसे सुबह नौ बजे थाने में बुलाया जाता था और देर शाम तक बिठा कर रखा जाता था। पीडिता ने इस केस जांच कर रही महिला एएसआई रिटा पर गंभीर आरोप जड़े पीडिया ने कहा एएसआई रिटा बार एफआईआर वापिस लेने के लिए दवाव बनाती थी पीडिता ने कहा एएसआई रिटा ने कहा था चार पांच लाख रूपये लेकर शिकायत वापिल ले लो। इस बीच पीडिता को आरोपियों की ओर से लगातार धमकी मिलती रही यहां तक की उसके पति द्वारा भी कई बाद फोन पर जान से मारने की धमकी मिलती रही जिसकी रिकाडिंग भी पीडिया ने मीडियाकर्मियों को सुनाया वही पीडिता के वकील दीपक अग्रवाल का कहना है कि महिला को जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए। आरोपियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए। पुलिस को नियमानुसार दो महीने में चालान पेश करना था, जो एक साल बीतने के बाद भी नहीं किया है। उन्होंने डीजीपी हरियाणा के दिनांक 2 सितंबर 2022 के आदेश की पालना नहीं करने वाले पुलिस अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

दूसरा मामला होली की देर शाम 7 मार्च 2023 को अंजाम दिया गया जिसमें बीस से ज्यादा लडक़ों ने पंचकूला सेक्टर -4 पीडिता घर पर हमला कर दिया जिसमें पीडित महिला की के भाई को पीटा गया। महिला ने इसकी शिकायत पंचकूला सेक्टर २ पुलिस चौकी में जहां से पुलिस कर्मि मौके पर पहुचे और पीडिता से पूछताछ की हैरानी की बात यह रही की दूसरे दिन पीडिता के भाई पर एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया और जेल भेज दिया है। पीडित महिला ने एक विडियों मीडियाकर्मियों को दी है जिसमें कुछ युवक पीडिता के भाई को पिटते हुए नजर आ रहे है।

महिला का कहना है के रेप का केस वापिस लेने के दवाद में होली की रात मुझे और मेरे भाई के साथ मारपीट की गई यहां तक घर से लूटपाट भी गई। पुलिस ने उल्टा मेरे ही भाई को पकड़ा जबकी मारपीट करने वाले आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहे है।

पीडिता जल्द इंसाफ मिलेगा: एसीपी सुरेन्द्र यादव

इस मामले में जब मीडियकर्मी सेक्टर-5 महिला थाने पहुचे तो वहां एसीपी सुरेन्द्र यादव से मुलाकात की और रेप पीडिता को न्याय नहीं मिलने की जानकारी दी एसीपी सुरेन्द्र यादव मामले की गंभीरता देखते हुए तुरंत रेप पीडिता फाइल लाने को कहा और रेप पीडिता की फाईल महिला थाने में ही पढऩे लगे करीब एक घंटे तक एसीपी सुरेन्द्र यादव ने फाईल पढ़ी और महिला थाने की एसएचओं नेहा चौहान को मामले में तुरंत कार्यवाई करने के आदेश दिये। सुरेन्द्र यादव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा की मामले पीडिता से जल्द ही बातचीत करेगें और जल्द से जल्द इस मामले की जांच कर आगे की कार्यवाई अमल में लाऐगें। बता दे की एसीपी सुरेन्द्र यादव का ट्रैक रिकार्ड है कि जिस भी मामले की जांच करते है निपक्ष जांच होती है।

 

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