पंचकूला/इदम टुडे न्संयूज़/ संदीप सैनी, नाडा गांव मे आसमान फाउंडेशन द्वारा तीज का त्योहार बहुत धूमधाम से मनाया गया जिसमे सैकड़ों घरों में काम करने वाली अप्रवासी महिलाओ ने हिस्सा लिया ।आसमान फाउंडेशन की प्रांतीय अध्यक्ष श्रीमती प्रियंका पूनिया में सभी महिलाओं को तीज की बधाई दी । इस अवसर पर शृंगार का सामान तथा खाने पीने का सामान वितरित किया गया ।इस अवसर पर झूला भी झूला गया ।इसमें तीज क्वीन का टाइटल दिया गया। जिसमे सभी महिलाए पारंपरिक वेषभूषा मे बहुत ही सुन्दर लग रही थी। तीज के इस शुभ अवसर पर फाउंडर मनीष पुंडरी ने आसमान फाउंडेशन की और से कार्यक्रम की व्यवस्था की । इस कार्यक्रम में बहुत सी महिलाओ ने अपना हुनर दिखाया किसी ने डांस किया तो किसी ने गीतगा कर अपना हुनर दिखाया। सभी महिलाओ को पुरस्कृत कर उनका हौसला बढ़ाया गया। कई तरह के टाइटल्स भी दिए गए। इस त्योहार को लेकर महिलाओ में काफी उत्साह नजर आ रहा था।महिलाओं द्वारा बहुत ही सुंदर प्रस्तुति दी गई।
सभी महिलाओं ने एक दूसरे को तीज की शुभकामनाएं दी। प्रियंका पूनिया ने बताया की आसमान फाउंडेशन ट्राईसिटी का पहली ऐसी संस्था है जहा समय समय परअप्रवासी महिलाओं के लिए हर तरह के कार्यक्रम जैसे सामाजिक , धार्मिक , एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम होते रहते है |
प्रियंका पूनिया ने महिलाओं को तीज का महत्व बताया उन्होंने कहा कि भगवान शिव और पार्वती के पुनर मिलाप के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले इस त्यौहार के बारे में मान्यता है की मां पार्वती ने 107 जन्म लिए थे भगवान शंकर जी को पति के रूप में पाने के लिए। अंततः मां पार्वती के कठोर तप और उनके 108वें जन्म में भगवान ने पार्वती जी को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया। तभी से ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने से मां पार्वती प्रसन्न होकर पतियों को दीर्घायु होने का आशीर्वाद देती है। यह त्योहार वैसे तो 3 दिन मनाया जाता है, लेकिन समय की कमी की वजह से लोग इसे एक ही दिन मनाते हैं। इसमें पत्नियां निर्जला व्रत रखती है। हाथों में नई चूड़ियां, मेहंदी और सोलह सिंगार कर नए वस्त्र पहन मां पार्वती की पूजा अर्चना करती है। यह व्रत केवल महिलाओं तक ही सीमित नहीं है, बल्कि कुछ जगह पर पुरुष मां की प्रतिमा को पालकी पर बिठाकर झांकी भी निकालते हैं।इस अवसर पर समाजसेवी वंदना कटारिया ने भी महिलाओं को बधाई दी ।