(सिरसा)बीआर वलजोत डबवाली अनाज मंडी के किसान विश्राम गृह में आज संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मिट्ठू कंबोज, एसपी सिंह मसीता, राकेश फगोडि़या ने संयुक्त रूप से कहा कि 9 मई को उप मंडल अधिकारी को 21 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया था। ज्ञापन में हमारी पुरजोर मांग है कि सरसों की समर्थन मूल्य पर सुचारू रूप से खरीद की जाए, वर्ष 2020 सहित खराब फसलों का मुआवजा जारी किया जाए, चिट्टा ड्रग, मेडिकल नशे सहित अवैध नशे के के व्यापार पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया जाए।
भारतमाला में बकाया सरंचना अवार्ड जारी किया जाए, चौटाला गांव के उप स्वास्थ्य केंद्र में प्रसूति रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, लैब टेक्नीशियन, रेडियोग्राफर सहित रिक्त पदों पर नियुक्तियां और ऑपरेशन थिएटर, मोर्चरी को शुरू किया जाए, डबवाली नागरिक अस्पताल में रिक्त पदों पर नियुक्तियां की जाए, वर्षों से स्वच्छ पेयजल से वंचित गांव, ढाणियों, कॉलोनियों में पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, गांव-गांव में मनरेगा का कार्य शुरू किया जाए, ग्रामीण सफाई कर्मचारी, मिड डे मील, आशा वर्कर का बकाया वेतन तुरंत जारी किया जाए। किसान नेताओं ने कहा कि प्रशासन ने आज तक कोई आश्वासन तक नहीं दिया है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों में अव्यवस्था के चलते 4 नवजात बच्चों की मौत के बाद चौटाला गांव में 21 दिन तक ग्रामीण आंदोलनरत रहे उसके बाद करनाल मुख्यमंत्री आवास तक पैदल गए और 10 दिन तक करनाल लघु सचिवालय के सामने संघर्षरत रहे। मुख्यमंत्री के ओएसडी संजय बठला के आश्वासन के बाद भी कोई वार्ता नहीं हुई। आज मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को जनसंवाद का नाम देकर आमजन को गुमराह किया जा रहा है इसलिए आज किसान मजदूर संगठनों ने विरोध दर्ज करवाने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि डबवाली गांव के बस स्टैंड पर हजारों किसान मजदूर लामबंद होकर लोकतांत्रिक ढंग से मुख्यमंत्री का विरोध करेंगे।
आज की बैठक में मिट्ठू कंबोज, राकेश फगोडि़या, एसपी सिंह मसीता, खुशदीप सिंह, हरजीत सिंह, गुरतेज सिंह, प्रितपाल सिंह, भजन सिंह, निशानदीप सिंह, जशनदीप सिंह, भोला सिंह चोरमार सहित किसान नौजवान साथी उपस्थित रहे।