चण्डीगढ़ (रावत); राठ त्रिपट्टी विकास समिति (रजि) चण्डीगढ़ द्वारा माता की विशाल चौकी , दिव्य एवम भव्य सांस्कृतिक समारोह का आयोजन गढवाल भवन चंडीगढ में किया गया जिसमें उत्तराखंड की मशहूर लोकगायिका हेमा नेगी करासी ने जहा अपनी प्रस्तुति से श्रोताओं को अपने उत्तराखंडी जागर एवम भजन गा कर लोगो को झुमने पर मजबूर कर दिया वही अपनी नई जागर भजन “चंडीका जागर” एलबम का लोकार्पण भी किया। इस मौके पर सभा के अध्यक्ष हुकुम सिंह रावत, प्रधान गजे सिंह असवाल, महासचिव आनंद सिंह राणा, सांस्कृतिक सचिव राजे सिंह रावत , सलाहकार मंगल सिंह गुसाईं ,पुर्व प्रधान राम सिंह राणा, रणजीत सिंह भण्डारी, समाजसेवी मुन्नी देवी भण्डारी देवी आदि उपस्थित थे।
हेमा उतराखण्ड जागर पद्धति को बढ़ा रही आगे
देश और विदेश में अपनी आवाज़ और गानों से घूम मचाने वाली लोकगायिका हेमा नेगी करासी ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया की आज उनकी 52 वी एलबम का जो की एक माता चंडिका का जागर है का लोकार्पण समाजसेवी सुभाष भट्ट, विनोद सिंह नेगी, प्रेम सिंह बिष्ट, महिपाल सिंह रावत, और ज्योतिषचार्य राकेश बेंजवाल के हाथो हुआ। हेमा ने बताया की आज तक वो एक सौ पचास के लगभग गीत एवम जागर मार्किट में आ चुके है। उन्होंने बताया की उन्होंने पत्रकारिता में हाथ आजमाया एवम कई प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में भी काम किया परंतु संगीत के शौंक ने उन्हें यहां तक पोहोचा दिया है। लता मंगेशकर को अपना आदर्श मानने वाली हेमा नेगी ने बताया की वो अभी आगे भी उत्तराखंडी कई प्रोजेक्ट पर काम कर रही है जिसमे कई गीत एवम धार्मिक भजन भी शामिल है।
आज के कार्यकर्म में भी हेमा ने नंदा राजजात, मांगल, नरसिंह जागर , खेल गेंदवा, भैरो जागर , माता भगवती जागर आदि गीत गा कर लोगो को मंत्रमुग्ध कर दिया। हेमा नेगी ने युवाओं को संदेश देते हुऐ बताया की चाहे हम कहीं भी रहें परन्तु अपनी भाषा एवम बोली को कभी भी नही बिसारना चाहिए। उन्होंने कहा की उत्तराखंड एक देव भूमि है जहा आकार साक्षात परमात्मा से मिलने की अनुभूति होती हैं।